शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2009

गरवा ने संभाला पदभार



रानीवाड़ा। जालोर सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा संचालित रानीवाड़ा की जसमूल डेयरी में प्रबंध संचालक के स्थानांतरण आदेश रद्द होने के बाद हड़ताल समाप्त कर दी गई है। डेयरी में दुग्ध का संकलन, अवशीतन, पैकिंग व मार्केटिंग का कार्य शुरू हो गया है। दोनो जिलों में दुग्ध का वितरण सामान्यतया चल रहा है। आज शुक्रवार को नए प्रबंध संचालक मोहनलाल गरवा ने निवर्तमान प्रबंध संचालक ए.सी. भंड़ारी के पास के कार्यभार ग्रहण किया। भंड़ारी का आज डेयरी परिसर में विदाई समारोह का कार्यक्रम रखा गया। जिसमें डेयरी के समस्त कर्मचारियों, दुग्ध उत्पादक समितिओं के अध्यक्ष व सचिवों ने माल्यार्पण कर व माथे पर टिका लगाकर विदाई दी। भंड़ारी ने सभी कर्मचारियों का आभार जताते हुए कहा कि लघु कार्यकाल के दौरान उनके सहयोग से ही डेयरी ने लाखों रूपए का मुनाफा कमाया है। डेयरी चैयरमेन राघवेंद्रसिंह ने कहा कि प्रबंध संचालक का तबादला रद्द होने की मांग सरकार ने विलंब से मानी है, कर्मचारी यूनियन व दुग्ध उत्पादकों की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि उक्त प्रबंध संचालक के विरूद्ध जांच जारी है। तथा आरसीडीएफ अतिशीघ्र आरोप ठहरा कर उसे निलंबित करेगी। उन्होंने सोहन बरड़वा का तबादला भीलवाड़ा डेयरी में डिप्टी मेनेजर के पद पर करने पर भी नाराजगी जताई। देवड़ा ने इस अभियान में सहयोग नहीं देने वाले दो संचालक सदस्यों को भविष्य में कोई प्रकार का अवसर नही देकर सबक सिखाने की बात कही। नवकार्यरत प्रबंध संचालक मोहनलाल गरवा ने भी डेयरी स्टाफ से सहयोग देने की अपील कर कहा कि डेयरी की गुणात्मक प्रगति की जाएगी। इस अवसर पर संचालक सदस्य महेन्द्रसिंह देवड़ा, सचिव अध्यक्ष कोहलाराम विश्रोई, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार सहित कई जनों ने भाग लिया।

गुरुवार, 22 अक्टूबर 2009

डेयरी की हड़ताल समाप्त, अब होंगे गरवा प्रबंध संचालक

रानीवाड़ा। जालोर सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा संचालित रानीवाड़ा की जसमूल डेयरी में गत आठ दिनों से चल रही हड़ताल का आज प्रबंध संचालन के तबादले के आदेशों को रद्द करने के बाद पटाक्षेप हो गया। अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय विधायक रतन देवासी व संभागीय आयुक्त संदीप वर्मा की पहल पर राज्य सरकार से वार्ता कर हाल स्थानांतरित प्रबंध संचालक सोहन बरड़वा के तबादले आदेश को राज्य सरकार ने रद्द कर दिया है। उनकी जगह अब भीलवाड़ा डेयरी के प्रबंध संचालक मोहनलाल गरवा जसमूल डेयरी के नए प्रबंध संचालक होंगे।
इस तरह गत आठ दिनों से जालोर व सिरोहीं जिलों के मुख्य कस्बों में चल रही दुध की समस्या अब समाप्त हो गई है। डेयरी कर्मचारी संघ, दुग्ध सहकारी समितिओं के अध्यक्ष व सचिव सहित पशुपालकों की एकसूत्री मांग को राज्य सरकार के द्वारा मान लेने से जसमूल डेयरी में दीपावली सा माहौल दिख रहा है। कर्मचारियों को इस आदेश की जानकारी मिलने पर धरणा स्थल पर बैठे अनशन क्रमियों ने खुशी का माहौल छा गया। डेयरी चैयरमेन राघवेंद्रसिंह देवड़ा व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने सभी अनशनक्रमियों को मुंह मिठा करके बधाईया दी है। देर रात्रि तक डेयरी परिसर में पटाखे छुटने की आवास सुनाई दी गई। नए सरकारी आदेशों के बाद धरना समाप्त कर दिया गया है। शुक्रवार सुबह से डेयरी का प्लांट शुरू करने की घोषणा की गई है।
इनका कहना- स्थानीय विधायक होने के नाते मैंने जनता की भावनाओं से राज्य सरकार को अवगत करवा दिया था। राज्य सरकार ने दोनो जिलो के दुग्ध उत्पादकों व पशुपालको सहित उपभोक्ताओं के हितार्थ जो निर्णय लिया है वो स्वागत योग्य है।
-रतन देवासी, स्थानीय विधायक।

राज्य सरकार के द्वारा जसमूल डेयरी के प्रबंध संचालक का तबादला रद्द करने के आदेश होने से कर्मचारियों की विजय हुई है। धरना आज गुरूवार रात्रि को समाप्त कर दिया गया है। रात्रि को हीं डेयरी प्लांट को शुरू कर दिया गया है।
-दिलीप कुमार, अध्यक्ष डेयरी कर्मचारी संघ

राज्य सरकार का निर्णय सराहनीय है, उन्होंने दोनो जिलों के दुग्ध उत्पादकों, पशुपालको व डेयरी कर्मचारियों के हितार्थ निर्णय लिया है। नए प्रबंध संचालक के नेतृत्व में डेयरी दिन दुनी रात चौगुनी उन्नति करेगी।
-राघवेंद्रसिंह देवड़ा, डेयरी चैयरमेन रानीवाड़ा

दोनो जिलों के दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों, सचिवो व अध्यक्षों के आठ दिनों तक धरना स्थल पर किए गए शांति पूर्वक संघर्ष का परिणाम सकारात्मक मिला है। राज्य सरकार के निर्णय का सभी ने स्वागत किया है।
-कोहलाराम विश्रोई, जिलाध्यक्ष, जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां जालोर