रानीवाड़ा। जालोर सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा संचालित रानीवाड़ा की जसमूल डेयरी में गत आठ दिनों से चल रही हड़ताल का आज प्रबंध संचालन के तबादले के आदेशों को रद्द करने के बाद पटाक्षेप हो गया। अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय विधायक रतन देवासी व संभागीय आयुक्त संदीप वर्मा की पहल पर राज्य सरकार से वार्ता कर हाल स्थानांतरित प्रबंध संचालक सोहन बरड़वा के तबादले आदेश को राज्य सरकार ने रद्द कर दिया है। उनकी जगह अब भीलवाड़ा डेयरी के प्रबंध संचालक मोहनलाल गरवा जसमूल डेयरी के नए प्रबंध संचालक होंगे।
इस तरह गत आठ दिनों से जालोर व सिरोहीं जिलों के मुख्य कस्बों में चल रही दुध की समस्या अब समाप्त हो गई है। डेयरी कर्मचारी संघ, दुग्ध सहकारी समितिओं के अध्यक्ष व सचिव सहित पशुपालकों की एकसूत्री मांग को राज्य सरकार के द्वारा मान लेने से जसमूल डेयरी में दीपावली सा माहौल दिख रहा है। कर्मचारियों को इस आदेश की जानकारी मिलने पर धरणा स्थल पर बैठे अनशन क्रमियों ने खुशी का माहौल छा गया। डेयरी चैयरमेन राघवेंद्रसिंह देवड़ा व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने सभी अनशनक्रमियों को मुंह मिठा करके बधाईया दी है। देर रात्रि तक डेयरी परिसर में पटाखे छुटने की आवास सुनाई दी गई। नए सरकारी आदेशों के बाद धरना समाप्त कर दिया गया है। शुक्रवार सुबह से डेयरी का प्लांट शुरू करने की घोषणा की गई है।
इनका कहना- स्थानीय विधायक होने के नाते मैंने जनता की भावनाओं से राज्य सरकार को अवगत करवा दिया था। राज्य सरकार ने दोनो जिलो के दुग्ध उत्पादकों व पशुपालको सहित उपभोक्ताओं के हितार्थ जो निर्णय लिया है वो स्वागत योग्य है।
-रतन देवासी, स्थानीय विधायक।
राज्य सरकार के द्वारा जसमूल डेयरी के प्रबंध संचालक का तबादला रद्द करने के आदेश होने से कर्मचारियों की विजय हुई है। धरना आज गुरूवार रात्रि को समाप्त कर दिया गया है। रात्रि को हीं डेयरी प्लांट को शुरू कर दिया गया है।
-दिलीप कुमार, अध्यक्ष डेयरी कर्मचारी संघ
राज्य सरकार का निर्णय सराहनीय है, उन्होंने दोनो जिलों के दुग्ध उत्पादकों, पशुपालको व डेयरी कर्मचारियों के हितार्थ निर्णय लिया है। नए प्रबंध संचालक के नेतृत्व में डेयरी दिन दुनी रात चौगुनी उन्नति करेगी।
-राघवेंद्रसिंह देवड़ा, डेयरी चैयरमेन रानीवाड़ा
दोनो जिलों के दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों, सचिवो व अध्यक्षों के आठ दिनों तक धरना स्थल पर किए गए शांति पूर्वक संघर्ष का परिणाम सकारात्मक मिला है। राज्य सरकार के निर्णय का सभी ने स्वागत किया है।
-कोहलाराम विश्रोई, जिलाध्यक्ष, जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां जालोर